International Yoga Day: पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े धूमधाम से मनाया जाता है ! अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) हर साल 21 जून को मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं स्वस्थ शरीर के लिए योग कितना जरूरी है? यह शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वास्थ्य (Health) को कई लाभ पहुंचाता है। जो लोग नियमित योग करते हैं, वे भी स्वस्थ रहते हैं ! साथ ही साथ उनके शरीर में बीमारियां कम हमला कर पाती हैं ! कुछ लोग आदत के कारण योग नहीं करते हैं, लेकिन आज हम आपको कुछ खास योगासनों के दमदार फायदे बताएंगे।
International Yoga Day
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए अलग-अलग तरह के योगासन किए जाते हैं ! कुछ प्राणायाम और मुद्राएं भी सेहत को जोरदार लाभ पहुंचाती हैं, लेकिन जो लोग पहली बार योग करते हैं, उन्हें कुछ खास योगासनों के बारे में जरूर जानना चाहिए। ऐसे में आज हम आपको 8 योगासनों (Yoga Day) के असरदार फायदे बताएंगे, जिन्हें किसी भी उम्र के पुरुष और महिलाएं कर सकते हैं ! यह शरीर और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में बहुत योगदान देता है !
गोमुखासन
अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर, कंधों में अकड़न, रीढ़ की हड्डी का लंबा होना या गलत पोजीशन सही करने की समस्या हो रही है। ऐसे लोगों को गोमुखासन का अभ्यास करना चाहिए। गोमुखासन पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने और तनाव और चिंता को कम करने में बहुत प्रभावी माना जाता है !
सर्वांगासन
थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ रखने में सर्वांगासन का अहम योगदान है ! इसके अभ्यास से रक्त संचार नियंत्रित रहता है। सर्वांगासन करने वाले लोगों में कब्ज, बाल झड़ने और तनाव की शिकायत कम देखी जाती है ! इस आसन को करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और साथ ही बढ़ते वजन को नियंत्रित (Weight Control) करने में भी मदद मिलती है !
मार्जरी आसन
पेट से जुड़ी किसी भी समस्या से निपटने के लिए मार्जरी आसन का आसन बहुत प्रभावी माना जाता है ! इससे न सिर्फ पेट के अंगों की मालिश होती है, बल्कि कब्ज से भी राहत मिलती है। आंतों को स्वस्थ रखने के लिए मार्जरी आसन जरूर करना चाहिए ! साथ ही पेट फूलने की शिकायत में भी फायदा होता है ! आप अपने पेट, पीठ और रीड की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए इस योग का अभ्यास कर सकते हैं !
सेतुबंधासन
रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के लिए सेतुबंधासन बहुत प्रभावी माना जाता है ! सेतुबंधासन का अभ्यास करने से छाती, गर्दन और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव होता है, जिससे मन शांत रहता है और तनाव कम करने में मदद मिलती है ! इस आसन को करने से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है। इसके साथ ही यह फेफड़ों और थायराइड को भी उत्तेजित करता है !
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास करने से तनाव कम होता है। इससे पेट की चर्बी भी दूर हो जाती है ! हड्डियों को लचीला बनाने और बेहतर पाचन के लिए इस आसन (Yoga Tips) का अभ्यास किया जाता है। इससे अनिद्रा की समस्या भी दूर हो जाती है !
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
माइग्रेन से राहत पाने के लिए अनुलोम-विलोम प्राणायाम आसन का अभ्यास बहुत प्रभावी माना जाता है ! ऐसा नियमित रूप से करने से माइग्रेन से राहत मिलती है और नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है ! जो लोग तनाव, डिप्रेशन या चिंता की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें अनुलोम-विलोम प्राणायाम जरूर करना चाहिए !
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम करने से मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया बेहतर होती है। इससे वजन कम (Weight Loss) होता है और शरीर की सभी नाड़ियां शुद्ध होती हैं ! माना जाता है कि यह प्राणायाम पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी बहुत योगदान देता है। इस प्राणायाम को करने से शरीर (Body) में रक्त संचार सही रहता है और चेहरे पर चमक आती है !
अधोमुख श्वानासन
अनिद्रा, पीठ दर्द, सिरदर्द और थकान से राहत पाने के लिए अधोमुख श्वानासन का अभ्यास बहुत प्रभावी माना जाता है। इससे हाथ-पैरों को ताकत (Health) मिलती है। इससे पाचन क्रिया में भी काफी सुधार आता है !
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