Right Sleeping Position: अगर आपको सुबह उठने के बाद लगातार पीठ दर्द या गर्दन दर्द की शिकायत रहती है तो अपनी नींद की आदतों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। कई बार जिस पोजीशन में आपको आराम मिलता है वह सही नहीं होती और उस पोजीशन में सोने से भविष्य में कई परेशानियां हो सकती हैं। कई लोग इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं। इससे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं सोने के कुछ ऐसे तरीकों (Right Sleeping Position) के बारे में, जिन्हें अपनाकर आप दर्द से दूर रह सकते हैं।
Right Sleeping Position
हर व्यक्ति के लिए अच्छी और पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। अच्छी नींद न सिर्फ शरीर को रिचार्ज करती है बल्कि कैलोरी भी बर्न करती है और आपको फिट बनाती है। इसलिए सही समय पर सोना और 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। हालाँकि, नींद से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि यह जानना बहुत ज़रूरी है कि हम कैसे सोते हैं यानी किस स्थिति में सोते हैं। जहां सही पोजीशन (Right Sleeping Position) में सोने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं, वहीं गलत पोजीशन में सोने से शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं।
कमर के बल सोना
हमें पीठ के बल सोना चाहिए। यह एक अच्छी स्थिति (Sleeping Position) है। लेकिन पीठ के बल सोने से हमारी नींद अचानक खुल जाती है और हम डरकर उठ जाते हैं। इस दौरान रात में भी खर्राटे आने लगते हैं। हालाँकि, योगिक नींद इस तरह से भी की जा सकती है और शुरुआती नींद भी इसी तरह से की जा सकती है। लेकिन रात भर ऐसे सोना उचित नहीं है।
कमर को मोड़कर सोना
अक्सर बच्चों और बूढ़ों को इस तरह सोते हुए देखा जा सकता है। स्वाभाविक रूप से इस प्रकार की स्थिति को पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लिए सहायक माना जा सकता है। इस तरह सोना गर्भवती महिलाओं के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। जिन लोगों को खर्राटों की समस्या है उन्हें भी इस पोजीशन से फायदा हो सकता है। हालाँकि, आपको इस स्थिति में तभी सोना चाहिए जब आप पूरी तरह से आरामदायक महसूस करें।
करवट लेकर सोएं
करवट लेकर सोना सबसे अच्छी पोजीशन (Right Sleeping Position) मानी जाती है। इससे गैस, एसिडिटी आदि जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। एक तरफ सोना उन लोगों के लिए विशेष रूप से अच्छा है जिन्हें सांस लेने में कठिनाई होती है और नींद के दौरान खर्राटे आते हैं। इस पोजीशन में सोने से गर्दन और पीठ दर्द से भी काफी राहत मिलती है। दाहिनी ओर मुड़ने से हृदय पर दबाव पड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। गर्भवती महिलाओं को ज्यादातर बाईं ओर करवट लेकर सोना चाहिए।
पेट के बल सोना
ज्यादातर लोगों को पेट के बल सोना पसंद होता है, वहीं कुछ लोगों को इस तरह सोने में असहजता महसूस हो सकती है। स्लीप एपनिया से पीड़ित लोगों को भी इस पोजीशन में सोने से फायदा हो सकता है। सोते समय आराम बहुत ज़रूरी है, किसी भी तरह की असहज स्थिति गर्दन और पीठ में दर्द का कारण बन सकती है। जो लोग पीठ दर्द से पीड़ित हैं उन्हें पेट के निचले हिस्से पर तकिया रखकर पेट के बल सोने से फायदा (Right Sleeping Position) हो सकता है।
नींद से जुड़ी अहम बात
सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और अपने पूरे शरीर को आराम दें। गद्दा ज्यादा मुलायम नहीं होना चाहिए। सबसे अच्छा गद्दा सूती होता है। फिर भी, ऐसा गद्दा चुनने का प्रयास करें जो कमर को सहारा दे। फिर बाईं ओर करवट लेकर लेट जाएं। इस तरह सोने से शरीर को कई फायदे (Right Sleeping Position) मिलते हैं। कमर, गर्दन, घुटने, कंधे का दर्द और माइग्रेन जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
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