Eye Flu: आंख में लाली को न समझें आई फ्लू, हो सकती है गंभीर बीमारी, खुद न डालें आई ड्रॉप

Eye Flu: आई फ्लू यानी वायरल कंजंक्टिवाइटिस की बीमारी तेजी से फैल रही है। सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों के लोग आंखों की इस बीमारी से जूझ रहे हैं। आई फ्लू (Eye Flu) के वाहक एडेनोवायरस के संपर्क में आने से आंखें अचानक लाल हो जाती हैं और तेज खुजली होने लगती है।

Eye Flu

हालांकि, अब इस बीमारी के कारण आंखों की कई गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ गया है। हाल ही में नई दिल्ली स्थित एम्स के आरपी सेंटर में इलाज के लिए आए दो मरीजों की आंखों में कॉर्नियल अल्सर की पुष्टि हुई है। मरीजों के मुताबिक, जब उन्हें आई फ्लू हुआ तो उन्होंने मेडिकल स्टोर से स्टेरॉयड आई ड्रॉप खरीदकर आंखों में डाल लिया। जिसके 3-4 दिन बाद स्थिति बिगड़ गई और आंखें गंभीर बीमारी की चपेट में आ गईं।

हो सकती है गंभीर बीमारी

डॉ. राजेंद्र प्रसाद सेंटर फॉर ऑप्थेलमिक साइंसेज (आरपीसी), एम्स नई दिल्ली के प्रमुख और प्रोफेसर जीवन एस टिटियाल का कहना है कि एम्स में आई फ्लू का इलाज करने के बाद आंखों के अल्सर के साथ एम्स आए दो मरीजों का मामला काफी चिंताजनक है। हालाँकि, आजकल मौसमी आई फ्लू चल रहा है, ऐसा देखा जा रहा है कि लोगों की दोनों आंखें अचानक लाल हो जाती हैं। आमतौर पर यह संक्रमण दोनों आंखों (Eye Care) में होता है लेकिन एक में भी हो सकता है।

सिर्फ 2 या 3 दिन तक ही रहते ये लक्षण

आँखों में कीचड़ आने लगता है, ऊपरी पलकों में हल्की सूजन आ जाती है। वहीं, वायरल कंजंक्टिवाइटिस का सबसे बड़ा लक्षण आंखों में खुजली और किरकिरापन है। हालांकि ये लक्षण सिर्फ 2 या 3 दिन तक ही रहते हैं, उसके बाद आंखें ठीक होने लगती हैं, लेकिन अगर 4 दिन बाद लक्षण ठीक होने की बजाय और खराब होने लगें तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लेने की जरूरत है।

लाल आंखों का मतलब सिर्फ Eye Flu नहीं है

डॉ. टिटियाल का कहना है कि आंख लाल (Eye Care) होने के सैकड़ों कारण हो सकते हैं, इसीलिए आंख लाल होने पर इसे सिर्फ आई फ्लू समझने की भूल न करें. यदि आई फ्लू के लक्षणों के साथ एक आंख या दोनों आंखों में लालिमा बढ़ रही हो, आंखों में दर्द बढ़ रहा हो या धुंधली दृष्टि दिखाई दे रही हो, और यदि दृष्टि खराब हो रही हो, या दर्द हो और रात में अचानक सूजन बढ़ने के कारण आंखें बंद होने लगें। तो यह आई फ्लू की जगह किसी अन्य गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।

स्टेरॉयड आई ड्रॉप खतरनाक हो सकता है

डॉ. टिटियाल का कहना है कि आई फ्लू के मरीजों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि वे मेडिकल स्टोर से आंखों के लिए लुब्रिकेंट ले सकते हैं, लेकिन आजकल आंखों की लालिमा (Eye Care) को खत्म करने के लिए मेडिकल स्टोर पर आंखों के लिए एंटीबायोटिक्स और स्टेरॉयड के कॉम्बिनेशन उपलब्ध हैं। वली आई ड्रॉप देता है। शुरुआत में इन आई ड्रॉप्स को डालने के बाद ऐसा लगता है कि आंखों को फायदा हो रहा है, लेकिन इसके बाद यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है।

ये ग्लूकोमा समेत गंभीर बीमारियां हो सकती हैं

डॉ. का कहना है कि बिना बैक्टीरियल संक्रमण के आंखों में एंटीबायोटिक आई ड्रॉप या स्टेरॉयड आई ड्रॉप डालने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, आंखों में दाग पड़ना, आंखों में अल्सर होना, काला मोतियाबिंद यानी ग्लूकोमा होना, भविष्य में या बाद में फ्लू होना भी गंभीर हो सकता है। इसलिए बिना डॉक्टरी जांच और सलाह के आंखों में स्टेरॉयड आई ड्रॉप न डालें। आंखों की बीमारी (Eye Flu) का इलाज अकेले बिल्कुल न करें।

4-5 दिनों में कॉर्निया अल्सर का स्वयं उपचार करें

इस बार कंजंक्टिवाइटिस वायरस हल्का लग रहा है। इस बार आई फ्लू (Eye Flu) के गंभीर मरीजों की संख्या कम है। हालांकि आई फ्लू बड़ी संख्या में लोगों को हो रहा है। इस बार एम्स में दो ऐसे मरीज आए हैं जो आई फ्लू के कारण अपनी आंखों में स्टेरॉयड दवाएं डाल रहे थे और महज 4-5 दिन के अंदर ही उनकी आंखों में कॉर्नियल अल्सर हो गया।

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